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यमुनोत्री यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ाव हनुमान चट्टी, ब्लॉक नौगांव, जिला उत्तरकाशी में अश्व पालकों के लिए शिविर एवं संगोष्ठी का आयोजन
उत्त्तराखंड सरकार के “बेहिसाब कार्यक्रम” के तीन वर्षों की स्थापना और आगामी यमुनोत्री धाम यात्रा के सम्मान में, घोड़ों और खच्चरों के स्वास्थ्य जांच, साथ ही उनके स्वामियों के लिए एक शिविर एवं सेमिनार का आयोजन किया गया। इस आयोजन में पशु पालन विभाग उत्तराखंड और राष्ट्रीय घुड़रोग अनुसंधान केंद्र, हिसार, हरियाणा के सहयोग से Hanuman Chatti में, जो यमुनोत्री यात्रा मार्ग का मुख्य पड़ाव है, नाउगांव ब्लॉक, उत्तरकाशी जिले में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी नाउगांव डॉ. अनूप नौटियाल, उत्तरकाशी जिला द्वारा किया गया।
सेमिनार में मुख्य अतिथि, माननीय विधायक यमुनोत्री श्री संजय डोभाल ने livestock किसानों से आग्रह किया कि वे अपने जानवरों के रोगों की रोकथाम के लिए आयोजित इस शिविर का अधिक से अधिक लाभ लें। साथ ही, मवेशी मालिकों को आश्वासन दिया गया कि उनके घोड़ों और खच्चरों की समस्या जल्द ही हल करने के लिए उच्च स्तरीय चर्चा की जाएगी, ताकि उनके लिए बीमा की व्यवस्था की जा सके। कार्यक्रम में विशेष अतिथि श्री अज्वीन पवार ने पशु पालन विभाग और हिसार के घुड़रोग अनुसंधान केंद्र का धन्यवाद किया।
शिविर में, 100 घोड़ों और खच्चरों के रक्त के नमूने एकत्र किए गए, जिन्हें परीक्षण के लिए भेजा जाएगा। साथ ही, रोकथाम के लिए डीवॉर्मिंग दवाइयां, खनिज मिश्रण और दवा किट वितरण की गई, जो 132 खच्चरों को दी गईं। कार्यक्रम में, डॉ. राकेश सिंहNegi, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, ULDB ने पशु पालन विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री राज्य पशुधन मिशन योजना की जानकारी दी। डॉ. कैलाश उनियाल, अध्यक्ष, Veterinary Council of Uttarakhand, ने Hanuman Chatti Veterinary Hospital को आगामी यात्रा के लिए उच्च गुणवत्ता वाली पेट की नली प्रदान की और साथ ही भविष्य में ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के सुझाव दिए।
कार्यक्रम में, डॉ. सतीश जोशी, संयुक्त निदेशक सामान्य प्रशासन, ने घोड़ों के मुख्य रोगों और नसबंदी के महत्व की विस्तृत जानकारी दी। शिविर में विशेष समर्थन पशु चिकित्सक डॉ. अनमोल नौटियाल, डॉ. बिशन राणा, डॉ. रोहित सिंह, श्री जगदीप, श्री कैलाश आदि ने प्रदान किया।
विकासखंड -नौगांव,जनपद उत्तरकाशी के यमुनोत्री यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ाव हनुमान चट्टी में अश्व पालको हेतु शिविर एवं गोष्ठी का आयोजन
उत्तराखंड सरकार के तीन साल बेमिसाल कार्यक्रम एवं आगामी यमुनोत्री धाम यात्रा की तैयारी हेतु पशुपालन विभाग उत्तराखंड एवं राष्ट्रीय अश्व रोग अनुसंधान केंद्र ,हिसार ,हरियाणा के सहयोग से वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी नौगांव डॉ o अनूप नौटियाल,जनपद उत्तरकाशी के द्वारा विकासखंड – नौगांव, जनपद उत्तरकाशी के यमुनोत्री यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ाव हनुमान चट्टी में घोड़े खच्चरों की जांच एवं घोड़ा खच्चर पालको हेतु शिविर एवं गोष्ठी का आयोजन किया गया.
गोष्ठी में मुख्य अतिथि माo विधायक यमुनोत्री श्री संजय डोभाल द्वारा पशुपालकों को अपने पशुओं में होने वाले रोगों के रोकथाम के लिए आयोजित शिविर से अधिक से अधिक लाभ लेने का आह्वान दिया गया तथा साथ ही पशुपालकों को आश्वस्त किया गया कि जल्दी ही उनके घोड़े खच्चरों के बीमा की व्यवस्था हेतु उच्च स्तर से वार्ता कर समस्या का समाधान किया जाएगा.
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि श्री अजवीन पवार द्वारा पशुपालन विभाग एवं अश्व रोग अनुसंधान केंद्र हिसार का शिविर के आयोजन हेतु धन्यवाद व्यक्त किया गया.
शिविर में 100 घोड़े खच्चरों के रक्त के नमूने जांच हेतु एकत्र किए गए साथ ही 132 खच्चरों को कृमि नाशक दवा,मिनरल मिक्सर एवं अन्य रोग से बचाव हेतु दवा किट का वितरण किया गया कार्यक्रम में डॉ० राकेश सिंह नेगी ,मुख्य अधिशासी अधिकारी, यू०एल०डी०बी० ने पशुपालन विभाग द्वारा संचालित मुख्य मंत्री पशुधन मिशन योजना की जानकारी दी.
डॉo कैलाश उनियाल अध्यक्ष पशु चिकित्सा परिषद उत्तराखंड द्वारा पशु चिकित्सालय हनुमान चट्टी को आगामी यात्रा हेतु उच्च स्तरीय स्टमक ट्यूब उपलब्ध कराई गई तथा उनके द्वारा अश्व पालकों के हितों के लिए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम किए जाने के सुझाव दिए गए .कार्यक्रम में डॉo सतीश जोशी संयुक्त निदेशक सामान्य प्रशासन ने अश्व के मुख्य रोग एवं नाल बंदी की महत्ता पर विस्तृत जानकारी प्रदान की.
शिविर में डॉoअनमोल नौटियाल, डॉo बिशन राणा , डॉo रोहित सिंह श्री जगदीप श्री कैलाश आदि द्वारा विशेष सहयोग दिया गया.
अश्व रोग नियंत्रण एवं अश्वपालक प्रशिक्षण अभिमुखीकरण कार्यक्रम
दिनांक 11.03.25 को ग्राम खलाड़ी, विकासखंड पुरोला जनपद उत्तरकाशी में एक अश्व रोग नियंत्रण एवं अश्वपालक प्रशिक्षण अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन NATIONAL RESEARCH CENTER FOR EQUINE-ICAR हिसार के सहयोग से पशुपालन विभाग उत्तराखंड द्वारा किया गया था।
इस कार्यक्रम में अश्व चिकित्सा के साथ-साथ जांच हेतु रक्त नमूने और नाक स्वैब नमूने भी संग्रहित किए गए। इसके अलावा, अश्वपालकों को अश्व रखरखाव एवं प्रबंध की जानकारी भी दी गई। कार्यक्रम में डॉ एस सी जोशी, सयुक्त निदेशक, डॉ बिशन राणा, डॉ नीतीश बिष्ट, श्री श्रीचंद एवं नीलकंठ अश्व कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री गुरुप्रसाद एवं दीवान सिंह रावत ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम के दौरान 82 अश्वों का परीक्षण किया गया और अश्व पालकों को सामग्री वितरित की गई। यह कार्यक्रम अश्व पालकों के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हुआ और उनकी समस्याओं का समाधान करने में मदद मिली।
जिला अधिकारी महोदय देहरादून की अध्यक्षता में, त्यूनी में बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन
आज दिनांक 20 March 2025 को जिला प्रशासन देहरादून के द्वारा जिला अधिकारी महोदय देहरादून की अध्यक्षता में, त्यूनी में बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया जिसमें डॉ विद्यासागर कापड़ी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन में विभागीय स्टाल लगाकर पचास क्षेत्रीय पशुपालकों को पशुओं की दवाइयां वितरित की गई, SLM योजना में एक पशुपालक को १० गयो की योजना हेतु 6.75 lakh रुपए ऋण की संस्तुति की गई और क्षेत्रीय पशुपालकों को पशुओं में टीकाकरण करने, केसीसी बनवाने एवं विभागीय योजनाओं से संबंधित जानकारी दी गई. शिविर में डॉ मंजीत सिंह ( वरिष्ठ पशुचिकित्सा अधिकारी चकराता), डॉक्टर मानस अरोड़ा( पशुचिकित्सा अधिकारी त्यूणी), डॉक्टर राजवीर (पशु चिकित्सक 1962) एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।